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Lyrics
मखमली हुए ख्वाब चरस चरस
होश मे बहकने का बस चरस
होतो को चूम के सांसो को खेल के
ये जहा भूल के चरस चरस

ये मेरे भू ल्स आशिको की
तरह ना मिले तो थे चरस चरस
मखमली हुए ख्वाब चरस चरस
होश मे बहकने का बस चरस

WRITERS

JAVED AKHTAR, RAJU SINGH

PUBLISHERS

Lyrics © Royalty Network

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